रविवार, 19 जुलाई 2015

Zindagi Mar Mite ज़िन्दगी मर मिटे

Zindagi Mar Mite ज़िन्दगी मर मिटे

ज़िन्दगी मर मिटे जिसपे
दूर-दूर वो जाते है
दूर-दूर वो जाते है
ज़िन्दगी मर मिटे जिसपे

ज़िन्दगी की हर दहलीज पे
खीँच के जिसको लाते है
ज़िन्दगी मर मिटे जिसपे

जो ना रास्ते चाहते है
क़दमों में पड़े रहते है
जिस रस्ते से जाना चाहते है
उन राहों के कोई
निशाँ ना मिलते है

ज़िन्दगी मर मिटे जिस पे
दूर-दूर वो जाते है
ज़िन्दगी मर मिटे जिसपे ...
         ---चारुशील माने  (चारागर)